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आओ बच्चो तुम्हे दिखाये झाकी हिन्दुस्थान की સપ્ટેમ્બર 10, 2008

Posted by Mehul Shah in ગીત, વિદ્યાવિહાર ગીતો.
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ફોટોઃ આભારઃ પૂર્વી પટેલ ( બેચઃ ૧૯૯૯ )

દૈનિક વર્ગ કાર્યક્રમમાં, આ ગીત ઉપર અમારા વર્ગ શિક્ષક મૃદુલાબેને અમને માર્ગદર્શન આપેલું !

आओ बच्चो तुम्हे दिखाये
आओ बच्चो तुम्हे दिखाये झाकी हिन्दुस्थान की
इस मिट्टि से तिलक करो यह धरती है बलिदान की॥धृ॥

ये हे मुल्क मराथाओं का यहां शिवाजी डॉला था,
मुघलों की ताकत को इसने तल्वारों पे तोला था,
हर परबत पर आग लगी थी, हर पत्थर एक सोला था,
बोली हर हर महादेव की बच्चा बच्चा बोला था,
शेर शिवाजी ने राखी थी लाज हमारी जान की,
इस मिट्टि से तिलक करो यह धरती है बलिदान की॥धृ॥
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्

जलियावालां बाग को देखो, यहां चली थी गोलियां,
य मत पूछो किसने खेली यहां खून की होलियां
एक तरफ बंदूक की धन्-धन एक तरफ थी गोलियां
मरनेवाले बोल रहे थे ईंकलाब की बोलियां,
यहां लगा दी बहेनोंने॓ भी बाजी अपनी जान की,

इस मिट्टि से तिलक करो यह धरती है बलिदान की॥धृ॥